दिलफिगार

खा के धोखे हजार होता है फ़ूल से जो भी खार होता है धो ही देते हैं अश्क मिलकर सब…

मौसमे – नौ – बहार

  मौसमे – नौ – बहार अच्छा था सच में पहला वो प्यार अच्छा था अब मिले तो कशिश ने…

गजल

बात कर सच्ची घुमाना छोड़ दे छोड़ दे जिद्द हर बहाना छोड़ दे सोच दुनियाँ में दुखी हैं और भी…

गजल

बोलो करोगे क्या तुम, ये मेरी जान लेकर यानी फ़कीर का इक उजड़ा मकान लेकर जब उड़ गए परिंदे ,…