गजल
मंजिलों से जुदा हो गए रास्ते जब खफा हो गए नर्म हो कर झुके जब कभी लोग सारे ख़ुदा…
Writer, Actor, Journalist
मंजिलों से जुदा हो गए रास्ते जब खफा हो गए नर्म हो कर झुके जब कभी लोग सारे ख़ुदा…
[ ओमान में रहने वाले प्रवासी साहित्यकार तुफैल अहमद जी पेशे से इंजीनियर और दिल से शायर और लेखक हैं | तुफैल…
1 गुमसुम लम्हें सन्नाटे गहरे जाएं तो जाएं कहाँ उस पर बैठे यादों के पहरे जाएं तो जाएं कहाँ …