मौसमे – नौ – बहार अच्छा था
सच में पहला वो प्यार अच्छा था
अब मिले तो कशिश ने दम तोड़ा
इससे तो इन्तिज़ार अच्छा था
दोस्त बनकर वो दूर जा बैठा
दुश्मनों में शुमार अच्छा था
याद रहती नहीं थी अपनी भी
इश्क़ का वो ख़ुमार अच्छा था
दिल की चाहत ने ख़ुदकुशी कर ली
इससे तो बेक़रार अच्छा था
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कपिल कुमार
बेल्जियम